कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र के मड़ौली गांव में बुलडोजर से झोपड़ी तोड़ने और मां बेटी के आत्मदाह करने के मामले में यूपी सरकार हरकत में आ गई है. इस मामले में लेखपाल को निलंबित कर दिया गया है. बुलडोजर के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है साथ ही एसडीएम समेत 23 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है.
घटना की निंदा करते हुए यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि किसी भी दोषी को हम बख्शेंगे नहीं. प्रशासनिक अधिकारी हों या पुलिस के अधिकारी हों, कानपुर में झुग्गी झोपड़ी पर जाकर जिन लोगों ने ऐसा काम किया है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. जांच कमेटी की रिपोर्ट आज मिल जाएगी फिर एक्शन लिया जाएगा.
वहीं परिजनों ने अंति संस्कार नहीं करने की बात कही है. इस बीच समाजवादी पार्टी ने कहा है कि उसका प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिलेगा.
यह है पूरा मामला : मड़ौली गांव में बुलडोजर लेकर पहुंची स्थानीय प्रशासन पर दो लोगों की जान ले लेने का आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि एक झोपड़ी गिराने पहुंची प्रशासन की वहां रहने वाले कृष्ण गोपाल दीक्षित के साथ बहसबाजी होने लगी थी. झोपड़ी में कृष्ण गोपाल की पत्नी प्रमिला दीक्षित और बेटी उस वक्त मौजूद थे. तभी उस पर तहसील प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलवा दिया गया. टीम कार्रवाई कर रही थी तभी महिला और उसकी बेटी ने खुद को झोपड़ी में बंद करके आग लगा ली,जिससे मां-बेटी की मौत हो गई और उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे पिता- पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गए.